भारत देश सुरक्षित है लेकिन भारत राष्ट्र अंदर से कमजोर हो रहा है। भारत राष्ट्र को चुनौतियाँ उन विचारधारा�"ं से है जो कि विदेशी मिट्टी में पैदा हुई �"र दुनियाभर में अपना जहर फैला रही हैं। भारत राष्ट्र की सनातन संस्कृति, इन विचारधारा�"ं से लगातार जूझ रही है। इन विचारधारों के अनुयायी ही भारत राष्ट्र को अपना शत्रु मानते हैं।
क्योंकि सनातन अनंत है, इसलिए यह विस्तारवाद में विश्वास नहीं रखता। परन्तु सनातन, आत्मरक्षा या बचाव अवश्य निर्धारित करता है, वह भी आक्रामक-बचाव (offensive-defence) की पद्धति से। बिना आक्रामक-बचाव के ना तो राष्ट्र की सुरक्षा हो सकती है �"र ना ही राष्ट्र का निर्माण।
श्रीराम �"र लक्ष्मण ने ताड़का, सुबाहु �"र मारीच जैसे राक्षसों का वध इसलिए किया, क्योंकि वे उन ऋषियों को आतंकित कर रहे थे जो कि शिक्षा �"र अनुसन्धान के द्वारा राष्ट्र निर्माण में जुटे हुए थे।
यह पुस्तक आज के उन राक्षसों को उजागर करती है, जो कि भारत देश की आड़ में, भारत राष्ट्र को निशाना बना रहे हैं।
Author: RSN Singh
ISBN: 978-8170623625
Pages: 226
Features: HB |